Grow your Own Vegetables Garden at home with low Investment
In this video we discuss about how to start organic vegetables gardening at home , we discuss:
1. Seeds preperation
2. Tray or media
3. Nursery making
4. Plantation
5. Fertilizer tips
6. Insecticide tips
7. Disease diagnosis
8. Soil preparation
9. Watering tips
10. Harvesting tips
So if you are interested to grow organic vegetables at home , Must watch this video.
Instagram – vegetableswalla.in
Yt – Anurag Stories
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तो अगर आप भी अपने घर में सब्जियां उगाना चाहते हैं मतलब कि वेजिटेबल्स गार्डनिंग करना चाहते हैं तो यह वीडियो आपके लिए ही है क्योंकि आज हम आपको सब्जी उगाने से ले सब्जियां तोड़ने तक मतलब कि आपको सब्जी की प्लांटेशन कैसे करनी है उसके लिए आपको मिट्टी कैसे तैयार करनी है उसके लिए जो आप फर्टिलाइजर यूज करेंगे उसको बनाना कैसे है पौधों में रोग को कैसे पहचानना है और उसका ट्रीटमेंट कैसे करना है उसके लिए इंसेक्टिसाइड कैसे बनाना है उसकी की हार्वेस्टिंग करने का सही समय क्या होगा? कैसे हार्वेस्टिंग करनी है? इन सबके बारे में आज हम आपको काफी डिटेल में समझाएंगे। हम आपको 10 ऐसी स्टेप्स बताएंगे जिनका अगर आप फॉलो करते हैं तो आप भी अपने घर में कुछ इस तरीके की वेजिटेबल्स गार्डनिंग तैयार कर पाएंगे और इनसे काफी सारी हार्वेस्टिंग ले पाएंगे। तो फिर चलिए वीडियो को शुरू करते हैं और जानते हैं वेजिटेबल्स गार्डनिंग की 10 इजी टिप्स को जिनका यूज करके आप अच्छी खासी सब्जियां अपने घर में उगा पाएंगे। तो फिर चलिए वीडियो को शुरू करते हैं। तो वेजिटेबल्स गार्डनिंग को करने के लिए आपको सबसे पहले एक जगह चाहिए होगी जहां पर आपकी सूरज की रोशनी आती हो। आप चाहे तो अपनी बालकनी में उगा सकते हैं या फिर आप अपने टेरेस में भी उगा सकते हैं। हमने इन सब्जियों को अपने टेरेस में उगाया हुआ है। आपको ऐसी जगह चूज़ करनी है जहां पर दिन की 4 से 6 घंटे की धूप जो है वह आनी ही चाहिए। इस चीज का आपको ध्यान रखना है। तो, यह काफी कॉमन चीज है। आपके पास होगी ऐसी जगह। अगर आप शहर में रहते हैं तो आप अपने टेरेस पर उगा सकते हैं या फिर आप गांव में रहते हैं तो आप अपने खेत में भी उगा सकते हैं। अब हम बात करते हैं कि हमें अपने कंटेनर कैसे लाने हैं? तो यहां पर जो हमने यूज़ किए हुए हैं, यहां पर हमने यह बाल्टी का यूज़ किया है। उसके साथ ही यह वाले जो हैं और यह वाले हैं, यह कैरेट है जिसमें कि सब्जियां वगैरह आती हैं। उसके साथ ही जो यह वाले कंटेनर हैं हमारे यह हमारे ऑयल कंटेनर्स हैं। मतलब कि इनमें जो तेल आता है, कुकिंग ऑयल होता है, उनका ही यूज़ किया है। हमने इनको ऊपर से कट करके इनमें अच्छे से हमने मिट्टी फिल करके पौधे लगाए हुए हैं। और यह काफी अच्छे होते हैं। और इन पौधों से आप कुछ इस तरीके की हार्वेस्टिंग ले पाएंगे। मतलब कि आपको ग्रो बैग्स में पैसा बर्बाद नहीं करना है। आपको इन कंटेनर्स का यूज करना है। ऐसी वाटर कंटेनर्स का यूज करना है जिससे कि आप ईजीली अपने घर में फ्री में सब्जियां उगा पाएं। अब बात करते हैं कि आपको मिट्टी कैसे तैयार करनी है। तो मिट्टी तैयार करने के लिए बहुत सारे तरीके होते हैं। कुछ ऐसे होते हैं जिसमें आपका काफी सारा पैसा खर्च हो जाएगा। उसके साथ ही कुछ ऐसे होते हैं जिससे कि आप फ्री में काफी पावरफुल मिट्टी तैयार कर पाएंगे। तो हम बात करेंगे कि आपको फ्री में पावरफुल मिट्टी का मिक्सचर कैसे तैयार करना है अपने पौधों के लिए। तो आपको मिट्टी तैयार करने के लिए आपके खेत की मिट्टी या कहीं से भी आप मिट्टी लेकर आइए। उसमें आप वर्मी कंपोस्ट मिलाइए। अब वर्मी कंपोस्ट आपको कहां से मिलेगा? तो अगर आप गांव से हैं तो आपको गांव में जो गोबर होता है उसका जो कंपोस्ट होता है उसका आप यूज़ कर सकते हैं। उसके साथ ही अगर आपके पास गाय का गोबर नहीं है तो आपका जो किचन वेस्ट है उस किचन वेस्ट को आप ऐसे एक मिट्टी में डालते जाइए डालते जाइए आपका एक वर्मी कंपोस्ट बन जाएगा। उस मिट्टी का आप यूज़ कर सकते हैं। या फिर आप चाहे तो इस वर्मी कंपोस्ट से कंपोस्ट बना सकते हैं। और उस कंपोस्ट को आप फिर ईजीली यूज़ कर सकते हैं अपनी मिट्टी में। ऐसा करके आप फ्री में वर्मी कंपोस्ट तैयार कर पाएंगे। अगर आपको इनकी प्रोसेस को डिटेल में जानना है कि आपको वर्मी कंपोस्ट या फिर मिट्टी का कंपोस्ट कैसे तैयार करना है तो आप हमारी यह वाली वीडियो देखिए जो कि आई बटन में है। इसको देखने के बाद आप इजीली समझ पाएंगे कि तो आपको कैसे कंपोस्ट बनाना है। तो मिट्टी बनाने की बात करें तो आपको मिट्टी लेनी है। 50% आपकी मिट्टी होगी। उसमें से आप 20 से 30% यह कंपोस्ट मिलाइए। उसके साथ ही आप इसमें चाहे अगर आपकी मिट्टी काली है तो आप इसमें थोड़ी सी रेत भी मिला सकते हैं और इसमें आपको कुछ सूखा कचरा मिलाना है। हम इसमें राइस अस्क मिला रहे हैं। मतलब कि ये चावल का जो ऊपर का छिलका है इस छिलके को हम मिला रहे हैं और इनका अच्छे से आपको मिक्सचर बनाना है और मिक्सचर बनाने के बाद आपको इनको इस पॉट में भरना है। आपके इन पॉट में नीचे एक होल होना काफी जरूरी है जिसको ड्रेनेज होल बोलते हैं। ड्रेनेज होल होने से क्या होता है कि आप जो भी वाटरिंग करते हैं वह ओवर वाटरिंग वाला पानी आपके ड्रेनेज होल से निकलता जाता है। तो ड्रेनेज होल होना इसमें काफी जरूरी है। तो अब आपने मिट्टी तैयार कर ली। अब मिट्टी को आपको गमले में भरना है। तो गमले में भरने के लिए आपको क्या करना है? सबसे पहले जो कंटेनर ले रहे हैं उसके नीचे आप कुछ सूखा कचरा डाल दीजिए या पत्तियां डाल दीजिए। कुछ भी डाल दीजिए आप। उसके बाद आपको इसमें मिट्टी की फिलिंग करनी है। अच्छे तरीके से आप इसमें मिट्टी भरिए और मिट्टी को आप भरने के बाद ऐसे रखिए और अब आपका जो पॉट है और आपकी जो मिट्टी है यह मिट्टी और आपका पॉट अब पौधे लगाने के लिए तैयार हो गया है। मतलब कि अब आपकी प्लांटेशन तैयार हो गई है। अब इसमें आप प्लांटेशन कर सकते हैं। अब हम बात करते हैं कि आपको इसके लिए सीड्स कहां से लाने हैं और पौधा कैसे तैयार करना है। मतलब कि आपको वेजिटेबल्स गार्डनिंग के लिए नर्सरी कैसे तैयार करनी है। तो नर्सरी तैयार करने के भी दो तरीके होते हैं। एक तो होता है जिसमें आपका काफी सारा पैसा खर्च हो जाएगा और एक होता है जिसमें आपका बिल्कुल भी पैसा खर्च नहीं होगा। अब आपका ज्यादा पैसा कैसे खर्च होगा? तो अगर आपको नर्सरी तैयार करनी है तो नर्सरी तैयार करने के लिए आपको हाइब्रिड सीड्स खरीदने होंगे जिसका कि रेट काफी ज्यादा हाई होता है। तो आपका इसमें काफी पैसा खर्च हो जाएगा। लेकिन अगर हम इसके अल्टरनेटिव की बात करें जिसमें आपका बिल्कुल भी पैसा खर्च नहीं होगा। तो आपको क्या करना है? बाजार से आप जो सब्जियां खरीद के लेके आते हैं, यह जो सब्जियां होती हैं, यह हाइब्रिड होती हैं। और यह जिस भी प्लांट से ली गई होती हैं, वह प्लांट्स हाइब्रिड होता है। हाइब्रिड प्लांट होगा, तो इसकी जो सब्जियां हैं, यह भी हाइब्रिड ही होंगी। तो, आप इन सब्जियों के सीड्स निकाल के अपनी नर्सरी तैयार कर सकते हैं। नर्सरी तैयार करने के लिए आपको क्या करना है? आपके पास सीडलिंग ट्रे है या नहीं है, वह मैटर नहीं करता। अगर आपके पास सीडलिंग ट्रे नहीं है तो आप कप का यूज कर सकते हैं और अगर आपके पास सीडलिंग ट्रे है तो आप सीडलिंग ट्रे का यूज कर सकते हैं। आपको सीडलिंग ट्रे या कप में कोकोपिट भरना है और अगर आपके पास कोकोपिट नहीं है तो आप इसमें मिट्टी और कंपोस्ट का मिक्सचर भी फिल कर सकते हैं। उसके बाद आप सब्जियों को कट करके इनके अंदर से जो सीड्स निकलते हैं इन सीड्स को इसमें डालिए। इसके बाद आप इसको ऐसी जगह रखिए जहां पर डार्कनेस हो आप इसको ढक के रख दीजिए 3 से 4 दिन के लिए। इसमें पौधा आपका जर्मिनेट होने लगेगा। उसके बाद आप इसको इनडायरेक्ट सनलाइट की धूप में रखिए। मतलब कि वहां पर डायरेक्ट रोशनी नहीं पड़नी चाहिए। ऐसी जगह में आप इसको रखा रहने दीजिए। आपका पौधा जर्मिनेट हो जाएगा और जर्मिनेट होने के 30 से 40 दिन बाद आप इसके प्लांटेशन कर पाएंगे। तो फिर चलिए मिलते हैं 30 से 40 दिन बाद प्लांटेशन के टाइम में और समझते हैं कि हमें प्लांटेशन कैसे करनी है। अभी हमारा पौधा प्लांटेशन के लिए तैयार हो गया है और अब हमें इसकी प्लांटेशन करनी है। तो प्लांटेशन करते टाइम आपको सबसे पहले इसकी रूट्स पर ध्यान देना है कि इसकी रूट्स में रूट बाउंड ना हुआ हो। तो रूट बाउंड में क्या होता है? आपका जो पौधा होता है, उसकी जो रूट्स होती हैं, वह काफी ज्यादा गोल-गोल घूम जाती हैं। रिंग शेप में आ जाती हैं। तो, उससे अगर आप पौधे को लगाते हैं, तो आपके पौधे की जो रूट्स है, वो मिट्टी में अच्छे से फैलती नहीं है और आपका पौधा अच्छे से ग्रोथ नहीं करता। तो, आपको इस चीज का ध्यान रखना है कि उसमें रूट बाउंड ना हुआ हो और उनकी रूट्स में फंगस ना आई हो। इस चीज का भी आपको ध्यान रखना है। अब प्लांटेशन कैसे करनी है? तो आपको प्लांटेशन करने के लिए मिट्टी को हल्का-हल्का सा खुदाना है। उसके बाद आपको यहां पर ईली पौधा रखना है और इसकी मिट्टी से इसको कवर कर देना है। और मिट्टी को कवर करने के बाद आपको इसको अच्छे से दबाना है। दबाने से क्या होगा? आपके पौधे की रूट्स हैं। उन रूट्स में गैप नहीं रहेगा और उनमें गैप नहीं रहेगा तो इसमें फंगस वगैरह नहीं आएगी। अगर इनमें गैप रह जाता है तो वहां पर एयर के कारण फंगस आ जाती है और आपके पौधे को इफेक्ट करती है। इसलिए आपको अच्छे से दवा देना है ताकि रूट्स और मिट्टी के बीच में गैप ना रहे और प्लांटेशन करते टाइम आपको कुछ भी नहीं करना है। यह बेसिक सी चीजें होती हैं। बस यह आप फॉलो करते हैं तो आपका अच्छे से प्लांटेशन हो जाएगी। अब प्लांटेशन करने के तीन से 4 दिन तक आपको इनमें कुछ भी नहीं देना है। चार-प दिन तक आप इसमें बसॉटिंग करिए। वह भी इतनी वाटरिंग करिए कि आपकी जो पौधे हैं उनमें ओवर वाटरिंग ना हो पाए। अब आपको वॉटरिंग कैसे करनी है? इसके बारे में समझते हैं। तो वॉटरिंग करने का सही समय जो होता है, उसमें आपको अपनी मिट्टी को चेक करना है। आप अपनी मिट्टी को ऐसे खुदाइए और उसमें चेक करिए। अगर एक से 1 1/2 इंच तक आपकी मिट्टी सूखी निकल रही है तो आप उसमें वॉटरिंग करिए और अगर आपकी नीचे मिट्टी एक से 1 1/2 इंच तक मिट्टी गीली है। उसको अगर आप दबाते हैं तो उसमें लड्डू जैसा बन जाता है। लम्स बन जाते हैं बेसिकली। तो उसमें आपको वॉटरिंग नहीं करनी है। वॉटरिंग करनी है जब आपकी मिट्टी 1 से 1 1/2 इंच तक सूख जाए। उसके बाद आप ऐसीिंग करिए कि वह बिल्कुल नीचे तक आपका जो ड्रेनेज होल है उससे पानी बह जाना चाहिए। और उसके बाद आप फिर से यही प्रोसेस अपनाइए। जब तक मिट्टी सूखती नहीं है आपको वॉटरिंग नहीं करनी है। अब आपका पौधा चार से पांच दिन का हो गया है। और अब चार से पांच दिन बाद आपको इसमें बेसल डोज़ स्टार्ट करने हैं। मतलब कि आपको इसमें फर्स्ट बेसल डोज़, सेकंड बेसल डोज़, थर्ड बेसल डोज़ ऐसे तीन से चार बेसल डोज़ देने हैं। जब तक कि आपके पौधे इतने बड़े नहीं हो जाते और ऐसे हेल्दी नहीं हो जाते। इनकी स्टेम्स इतनी मजबूत नहीं हो जाती तब तक आपको इनमें बेसल डोज़ देना है। तो आपको फर्स्ट बेसल डोज़ में इनमें एनपीके रिच फर्टिलाइजर देना है जिसको कि आप बना पाएंगे केलों के छिलके और किचन वेस्ट से। आपको केले और छिलके के किचन वेस्ट को पानी में डुबाकर करीब 24 से 48 घंटे के लिए रखना है। और उसके बाद आप उस लिक्विड का यूज़ अपने पौधों में करिए। आपका पहला बेसल डोज़ का काम हो गया। उसके साथ ही आप दूसरे बेसल डोज़ में भी एनपीके रिच या कैल्शियम रिच फर्टिलाइजर दे सकते हैं। एनपीके रिच फर्टिलाइजर जो होता है वह आपके पौधों की ओवरऑल ग्रोथ में फायदा करता है। वो आपकी रूट्स को भी बढ़ाता है। आपके पौधे की स्टेम को भी मजबूत करता है और आपकी पत्तियों को भी हरा करता है। उसके साथ ही जो कैल्शियम रिच होते हैं, आयरन रिच होते हैं। यह सारी चीजें भी आपके पौधों को चाहिए होती हैं। एक अच्छी ग्रोथ के लिए। तो यह सारी चीजें आपके पौधों को यही चीज प्रोवाइड कराती हैं। यह फर्टिलाइजर। हमने फर्स्ट वेसल डोज़, सेकंड वेसल डोज़, थर्ड वेसल डोज़ इन सबके ऊपर प्रॉपर वीडियो बनाई है। तो, आप उन वीडियो को जाके चेक करिए। आपको सारा कुछ काफी डिटेल में मिलेगा उन वीडियो में। आप चैनल विजिट करके डायरेक्ट वीडियोस देख सकते हैं। हमने आपको जो 10 स्टेप बता रहे हैं, इन 10ों स्टेप्स के ऊपर काफी डिटेल्ड वीडियो हमारे चैनल में ऑलरेडी पड़ी हुई है। तो, आप उन वीडियोस को देखिए। आपको काफी डिटेल में समझ में आएगा। जो पॉइंट आपको अभी समझ में नहीं आया है या फिर आपको उसको डिटेल में समझना है तो आप चैनल में हमारे उसको देख सकते हैं। हमने काफी डिटेल्ड वीडियो बनाई है जिसमें आप उनको ईजीली समझ पाएंगे। खैर चलिए इनके फर्टिलाइजर के बारे में तो हो गया। अब आपको रोग के बारे में बताते हैं कि आपको डिसीज कैसे पहचाननी है। तो आपको डिसीज पहचानने के लिए अगर आपकी पत्तियां पीली पड़ने लगी हैं तो उनमें आपके एक तो न्यूट्रिशन की कमी हो गई। इसमें आप एनपीके दे दीजिए। आपकी पत्तियां सही हो जाएंगी। लेकिन अब आप उनमें फर्टिलाइजर दे रहे हैं। फिर भी वह सही नहीं हो रही हैं। आपकी पत्तियां अपने आप झड़ रही हैं, पीली पड़ रही हैं। तो हो सकता है उनकी रूट्स में निमेटॉइड आ गया हो। मतलब कि रूट नॉट आ गई हो। उसमें क्या होता है? आपके जो पौधे होते हैं उनकी पौधों की रूट्स में गठान पड़ जाती हैं। जिसके कारण आपके पौधे में ऐसी चीजें मिलती हैं। इसके लिए आपको इंसेक्टिसाइड यूज़ करना है। जिसमें आप अनियन, गार्लिक, चिल्ली का पेस्ट बनाकर उसका फर्टिलाइजर बनाइए। 48 से 72 घंटों के लिए उसको आप रख दीजिए। उसके बाद जो आपका लिक्विड बनेगा उस लिक्विड का आप यूज़ करेंगे तो रूट नॉट की प्रॉब्लम ठीक हो जाएगी आपकी और उसका अगर आप स्प्रे करते हैं कम मात्रा में तो आप अपने पौधों को भी सिक्योर कर पाएंगे। आप इंसेक्टिसाइड बनाने के लिए बेकिंग सोडा का यूज कर सकते हैं। नीम ऑयल का यूज कर सकते हैं। और भी काफी सारी चीजों का यूज कर सकते हैं। इन सबके ऊपर हमने काफी डिटेल्ड वीडियो बनाई है। तो आप उन वीडियोस को देखिए। आपको काफी हेल्प होगी। और अभी आपके पौधे बेसल डोज़ के बाद कुछ इतने बड़े हो गए हैं। तीन बेसल डोज़ के बाद आपके पौधे इतने बड़े हो जाएंगे। इसके बाद आपको इनमें हर 15 से 20 दिन में महीने में एक दिन आपको इनमें फर्टिलाइजर देना है और वॉटरिंग जैसे हमने आपको पहले बताई वैसे ही करनी है। उसके साथ ही आपको इसमें मलचिंग भी करनी होती है। यह एडिशनल चीजें हैं। मलचिंग और प्रूनिंग। मलचिंग में क्या होता है कि आप मलचिंग कर देते हैं तो आपके पौधे में नीचे अच्छी प्रॉपर नमी बनी रहती है। आपकी सोइल का टेक्सचर सुधर जाता है और काफी सारे फायदे होते हैं। उसके साथ ही आप प्रूनिंग करते हैं तो आपके पौधों में नई-नई पत्तियां निकलती हैं। उन पत्तियों से नई स्टेम्स निकलती हैं। नई स्टेम्स से आपके पौधे में काफी सारे हेल्दी-हल्दी फ्रूट्स फ्लावर्स आते हैं। इसलिए प्रूनिंग भी करनी होती है। और आपको मलचिंग और प्रूनिंग कैसे करनी है, इसके बारे में भी हमने काफी डिटेल्ड वीडियो बनाई है। अगर हम इस वीडियो में आपको डिटेल में बताने लगेंगे तो यह वीडियो काफी ज्यादा लंबी हो जाएगी। तो, आप वह वीडियोस देखिएगा। हमारी चैनल विजिट करके आप सारी वीडियोस देखिएगा। आपको काफी हेल्प मिलेगी। आपको अब अपने पौधों की कंटिन्यू ग्रोथ के लिए। इसमें यही फर्टिलाइजर हो गया, किचन वेस्ट का हो गया, काऊ डंग मैन्योर हो गया या फिर आप काऊ डंग से लिक्विड फर्टिलाइजर बना सकते हैं। इन सारी चीजों का आपको यूज़ करना है हर 15 20 दिन में महीने में एक बार इनमें डालते रहिए। आपका पौधा फ्लावरिंग स्टेज में जाएगा। आप फ्लावरिंग स्टेज में आने के बाद आपको एनपीकेच फर्टिलाइज़र्स का यूज करना है। किचन वेस्ट के का यूज करना है। आप चाहे तो इनकी रूट का ट्रीटमेंट भी कर सकते हैं एक बार। जैसे आपका पौधा अच्छे से ग्रोथ नहीं कर रहा है। उसमें आपको लग रहा है डिसीज आ रही हैं या फिर आपकी रूट्स दिखने लगी हैं तो आप उसमें हल्की सी हल्दी डालिए। हल्दी डालने के बाद आपके पास जो किचन वेस्ट है उसको डाल दीजिए और उसको मिट्टी से फिल कर दीजिए। तो आपका रूट ट्रीटमेंट हो गया। आपकी मिट्टी भी फिलिंग हो गई। सारा कुछ हो गया आपका। ऐसे करके आप अपने पौधे की हेल्थ को अच्छे से सुधार पाएंगे और आपके पौधे में फ्लावरिंग के बाद फ्रूटिंग आ जाएगी और आप इनसे हार्वेस्टिंग कर पाएंगे। काफी सारी हार्वेस्टिंग करेंगे और इनसे आप कंटिन्यू हार्वेस्टिंग ले पाएंगे। कंटिन्यू हार्वेस्टिंग लेने के लिए आपको प्रूनिंग करनी होती है। उससे आपके पौधे में नए-नए फ्लावर्स आते हैं, नए-नए फ्रूट्स आते हैं। और अभी हमने जो आपको पॉइंट्स बताए हैं, इन सबके बारे में हमने काफी डिटेल में वीडियो बनाई है। नर्सरी तैयार करने से ले हार्वेस्टिंग करने तक बीच में आपको जो भी प्रोसेस करनी है, इन सबके बारे में काफी डिटेल में वीडियो है। तो आप उन वीडियोस को हमारे इसी चैनल पर देख सकते हैं। तो फिर चलिए इस वीडियो को हम यहीं एंड करते हैं और आपको हमारी इंफॉर्मेशन कैसी लगी हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा। और अगर आपको हमारी इंफॉर्मेशन थोड़ी सी भी अच्छी लगती है, वीडियो इनफेटिव लगती है तो आप चैनल को सब्सक्राइब कर लीजिए क्योंकि ऐसे ही वीडियोस हम बनाते रहते
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